ग्वारपाठा
वानस्पतिक नाम - एलोवेरा
सामान्य नाम - ग्वारपाठा
एलोवेरा सबसे प्रसिद्ध और व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वालें पौधों में से एक है जो होती है औषधिय और सामान्य स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है इसे ग्वारपाठा घीकवार, और घृतकुमारी के नाम से जाना जाता है एलोवेरा के जूस का सेवन करने से शरीर में होने वाले पोषक तत्व की कमी को पूरा किया जा सकता है एलोवेरा में जड़ी बूटी की तरह कई गुणों होते हैं चेहरे के लिए अमृत और औषधिय गुणों का भंडार है एलोवेरा।
एलोवेरा का यह नाम अरबी शब्द एलोरा के से लिया गया है जिसका अर्थ है चमकदार कड़वा तत्व होता है पत्ते का अंदरूनी भाग जो जल जो कि जल और लैटेक्स युक्त होता है विभिन्न दवाइयां तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है एलोवेरा में विटामिनए ए, बी2, बी6, बी12, फोलिक एसिड एवं नियासिन युक्त होता है
एलोवेरा के लाभ
- एलोरा एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध होता है
- पाचन को बेहतर बनाता है
- वजन कम करने में मधुमेह रोगियों के लिए जलने या चोट लगने पर एलोवेरा को छीलकर लगाने से फायदा मिलता है एलोवेरा से बालों में लगाने से बाल काले घन और चमकदार होते हैं
एलोवेरा के नुकसान
- एलोवेरा से विभिन्न नुकसान भी हो सकते हैं
- अधिक सेवन करने पर आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है
- ब्लड प्रेशर के मरीजों को अधिक अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि एलोवेरा से ब्लड प्रेशर(बीपी) लो हो सकता है एलोवेरा के जूस से अधिक सेवन करने से इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) की समस्या हो सकती है
- अगर किसी को एलोवेरा से एलर्जी है तो उनको भी सेवन नहीं करना चाहिए
हल्दी
वानस्पतिक नाम - कुरकुमा लोंगा
साधारण नाम - हल्दी
हल्दी एक वनस्पति है जो अदरक के परिवार से संबंध रखती है इसे हिंदी में हल्दी और अंग्रेजी में टर्मेरिक कहा जाता है प्राकृतिक रूप से हल्दी का रंग पीला होता है कच्ची हल्दी बिल्कुल अदरक की तरह ही दिखती है वही हल्दी के पाउडर को भोजन में एक मसाले की तरह इस्तेमाल किया जाता है
कच्ची हल्दी में सबसे ज्यादा एंटी बैक्टीरियल, एंटी , एंटीफंगल तत्व मौजूद होते हैं यह तीनों तत्व शरीर को कहीं रोगों से बचाए रखने में हमारी मदद करते हैं साथ ही कच्ची हल्दी में विटामिन सी, के, पोटेशियम, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फास्फोरस, थियामिन, राइबोफ्लेविन आदि तत्व मौजूद होते हैं इन सभी तत्वों की जरूरत शरीर के अंगों को स्वस्थ रखने व सुचारू रूप से कार्य करने के लिए होते हैं हैं
हल्दी के फायदे
- हल्दी के सेवन से रोग प्रतिरोधक (इम्युनिटी) क्षमता बढ़ती है हल्दी में किसी चोट के घाव को तेजी से भरने की क्षमता होती है
- हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की वजह से जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करती है प्रतिदिन एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी पीने से शरीर बिल्कुल स्वस्थ रहता है
- त्वचा के लिए चमत्कारी है हल्दी
- हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं इससे सर्दी में जुकाम में बहुत राहत प्रदान करती है और साथ ही हड्डियां भी मौजूद रहती है
- हल्दी रक्त को साफ करने का कार्य करती है
हल्दी के नुकसान
- पथरी के मरीजों को हल्दी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए
- पीलिया रोगी को भी हल्दी का सेवन कम करना चाहिए
- हल्दी थक्का जमने की प्रक्रिया को धीमा करती है इसलिए ऐसे लोगों को जिन्हें अचानक नाक या शरीर के अन्य हिस्सों से खून बहने की समस्या रहती है उन्हें हल्दी का उपयोग कम करना चाहिए।
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