जैवविविधता: एक परिचय व महत्व
किसी क्षेत्र विशेष में जीव जंतु और पेड़-पौधों के बीच पाए जाने वाले विभिन्नता को जैवविविधता कहत है।
विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग प्रकार की जलवायु पाई जाती है इस जलवायु के कारण उसे क्षेत्र की वनस्पति व जीव जंतु प्रभावित होते हैं जिससे की उनमें शारीरिकी व अन्य संरचना में अंतर आ जाता है
किसी क्षेत्र में जैव विविधता के लिए सर्वाधिक वर्षा एवं उच्च तापमान की आवश्यकता होती है अतः जिस क्षेत्र में वर्षा अधिक होगी तथा तापमान उपयुक्त रहेगा। उस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे वर्दी करने लगेंगे। अत्यधिक पेड़ पौधों के उगने से वहां पर जीव जंतुओं का विकास होगा। इस प्रकार उस क्षेत्र में जैवविविधता सर्वाधिक होगी |
जैवविविधता जीव और विविधता के संयोग से निर्मित शब्द है जो आमतौर पर पृथ्वी पर उपस्थित जीवों की विविधता और उनमें परिवर्तनशील को प्रदर्शित करता है
संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम (UNEP) के द्वारा जैवविविधता (बायोडायवर्सिटी) विशिष्ट अनुवांशिकी, प्रजाति तथा पारिस्थितिक तंत्र के विविधता के स्तर को मापता है जैवविविधता किसी जैविक तंत्र के अच्छे स्वास्थ्य का चिन्ह है पृथ्वी पर जीवन असंख्य रूप से विद्यमान हैं
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सन् 2010 को जैवविविधता का अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया था
जैवविविधता के लाभ
- जैवविविधता एक प्राकृतिक संसाधन है जो हमारी जीवन की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है
- जैवविविधता से मनुष्य की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति होती है जैसे भोजन कपड़ा ओषधिया, ईंधन आती ।
- जैवविविधता से पर्यावरण का संतुलन बना रहता है इससे बाढ़ सूखा आदि से राहत प्रदान होती है
- जैवविविधता के द्वारा हमें विभिन्न प्रजातियों की खोज का पता चलता है
- जैवविविधता से लोग अपना ज्ञान, मनोरंजन आदि करते हैं।
- जैवविविधता से विश्व के सभी लोग जुड़े है।
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